UP-MP Fourlane Highway: देश के दो बड़े राज्यों – मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच अब यात्रा और व्यापार और अधिक आसान होने वाला है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सतना से चित्रकूट तक फोरलेन ग्रीनफील्ड हाईवे के निर्माण को मंजूरी दे दी है। यह हाईवे दोनों राज्यों को एक सशक्त सड़क संपर्क से जोड़ने के साथ-साथ धार्मिक, व्यापारिक और औद्योगिक गतिविधियों को भी गति देगा।
सतना से चित्रकूट तक बनेगा 80 किमी लंबा फोरलेन हाईवे
यह महत्वाकांक्षी फोरलेन हाईवे परियोजना करीब 80 किलोमीटर लंबी होगी। इसके निर्माण पर 1500 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। यह हाईवे न सिर्फ मध्यप्रदेश के सतना को उत्तर प्रदेश के चित्रकूट से जोड़ेगा, बल्कि आगे चलकर बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के माध्यम से आगरा, लखनऊ और दिल्ली तक सीधी कनेक्टिविटी भी उपलब्ध कराएगा। इस तरह मध्य भारत से उत्तर भारत की ओर आवाजाही पहले से कहीं अधिक तेज़ और सरल हो जाएगी।
बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से होगा सीधा जुड़ाव
यह नया हाईवे उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे से जुड़कर मध्य प्रदेश के लोगों के लिए सीधे दिल्ली, लखनऊ और आगरा तक पहुंचने का मार्ग बनेगा। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पहले से ही यूपी के विकास में अहम भूमिका निभा रहा है और अब जब मध्य प्रदेश की भी इससे सीधी कनेक्टिविटी होगी, तो इससे दोनों राज्यों में आर्थिक गतिविधियों में इजाफा होगा।
व्यापार पर्यटन और रोजगार को मिलेगा बड़ा बढ़ावा
इस हाईवे के निर्माण से न केवल यात्रा आसान होगी, बल्कि इससे व्यापार, पर्यटन और रोजगार के अवसरों को भी ज़बरदस्त बढ़ावा मिलेगा।
- धार्मिक पर्यटन: चित्रकूट जैसे पवित्र स्थल तक पहुंचना अब और आसान हो जाएगा।
- औद्योगिक विकास: व्यापारियों और ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के लिए नया रास्ता खुलेगा।
- स्थानीय रोज़गार: निर्माण कार्यों और उससे जुड़े सेवा क्षेत्रों में युवाओं को काम मिलेगा।
सतना के लिए ऐतिहासिक क्षण चित्रकूट को भी मिलेगा लाभ
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने धार जिले के बदनावर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान इस परियोजना की घोषणा की। इस दौरान प्रदेश के प्रभारी मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने चित्रकूट धाम के विकास के लिए सतना-चित्रकूट सड़क की मांग रखी थी। मंच से ही मंत्री गडकरी ने इसे स्वीकृति दे दी, जिससे यह घोषणा सतना जिले के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि बन गई।
भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत हो रहा है निर्माण
यह फोरलेन ग्रीनफील्ड हाईवे ‘भारतमाला परियोजना’ के तहत बनाया जा रहा है। इसके तहत सतना से मैहर के बीच पहले ही सड़क का बड़ा हिस्सा लगभग तैयार हो चुका है। यह सड़क पहले से मौजूद रीवा-जबलपुर फोरलेन (NH-30) को सतना से जोड़ रही है। हालांकि अभी सतना नदी पर पुल और बायपास निर्माण पूरा नहीं हुआ है, इसलिए इसका औपचारिक उद्घाटन शेष है।
3500 करोड़ रुपये की 218 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजनाओं का लोकार्पण
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गडकरी और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मौजूदगी में 3500 करोड़ रुपये की लागत से तैयार 218 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का भी लोकार्पण किया गया। ये सड़कें ना केवल क्षेत्रीय संपर्क को मजबूत बनाएंगी, बल्कि ट्रैफिक दबाव को कम करने और नई औद्योगिक संभावनाओं को भी जन्म देंगी।
स्थानीय निवासियों को मिलेगा सुविधा और सुरक्षा
हाईवे बनने के बाद स्थानीय निवासियों को
- तेज़ यात्रा की सुविधा,
- कम समय में अधिक दूरी तय करने की सहूलियत,
- कम दुर्घटनाओं का जोखिम मिलेगा।
वर्तमान में इन क्षेत्रों में सड़कें संकरी और पुरानी हैं, जिससे हादसे बढ़ जाते हैं। नया हाईवे इन समस्याओं का समाधान बनेगा।
परियोजना की खास बातें एक नजर में
- प्रोजेक्ट का नाम: सतना-चित्रकूट फोरलेन ग्रीनफील्ड हाईवे
- लंबाई: 80 किलोमीटर
- लागत: 1500 करोड़ रुपये
- कुल घोषित प्रोजेक्ट्स की राशि: 3500 करोड़ रुपये
- योजना के तहत: भारतमाला प्रोजेक्ट
- जुड़ाव: बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के माध्यम से यूपी के कई शहरों से
MP और UP को जोड़ेगा नया विकास मार्ग
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के बीच बनने वाला यह फोरलेन हाईवे न केवल भौगोलिक दूरी को कम करेगा, बल्कि राज्यों की आर्थिक, धार्मिक और सामाजिक दूरी को भी घटाएगा। गडकरी की इस परियोजना से यह साफ है कि केंद्र सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास को प्राथमिकता दे रही है और ग्रामीण व क्षेत्रीय इलाकों को मुख्यधारा से जोड़ने में जुटी है। आने वाले समय में यह हाईवे MP-UP विकास कॉरिडोर का सबसे मजबूत हिस्सा बनकर उभरेगा।