Prayagraj Double Decker Bus: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज शहर को एक और आधुनिक सार्वजनिक परिवहन सुविधा मिलने जा रही है। लखनऊ के बाद अब प्रयागराज दूसरा शहर होगा जहां डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें (Double Decker Electric Buses) सड़कों पर दौड़ती नजर आएंगी। इन अत्याधुनिक बसों का संचालन अगले महीने से शुरू होने की पूरी उम्मीद है। रोडवेज विभाग की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं और प्रमुख दो रूटों पर संचालन की रूपरेखा तय कर ली गई है। यह सेवा न सिर्फ यात्रा को आरामदायक बनाएगी, बल्कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था और पर्यावरण को भी सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगी।
किन रूटों पर दौड़ेंगी डबल डेकर ई-बसें ?
रोडवेज अधिकारियों द्वारा जिन दो रूटों पर इन डबल डेकर ई-बसों के संचालन की योजना बनाई गई है, वे हैं:
- प्रयागराज एयरपोर्ट से सिविल लाइंस बस स्टेशन
यह रूट झलवा, चौफटका रेल ओवरब्रिज, हाईकोर्ट फ्लाईओवर, स्टैनली रोड और लोक सेवा आयोग चौराहे से होते हुए सिविल लाइंस बस स्टेशन तक पहुंचेगा। - गोविंदपुर से छिवकी रेलवे स्टेशन
यह मार्ग एमएनएनआईटी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, नया यमुना पुल और नैनी जैसे प्रमुख स्थानों को जोड़ेगा।
इन दोनों रूटों को इस तरह से चुना गया है कि कहीं भी अंडरब्रिज जैसी ऊंचाई संबंधी बाधाएं नहीं हैं, जिससे बसों की आवाजाही में कोई तकनीकी दिक्कत न आए।
महाकुंभ के लिए आईं बसें अब होंगी सक्रिय
दरअसल, महाकुंभ के दौरान प्रयागराज में दो डबल डेकर इलेक्ट्रिक बसें मंगवाई गई थीं, लेकिन शहर में कई अंडरब्रिज की कम ऊंचाई के कारण इनका संचालन शुरू नहीं हो पाया था। ये बसें पिछले दो महीनों से प्रयाग डिपो, राजापुर में खड़ी थीं। अब अधिकारियों ने सभी बाधाओं का मूल्यांकन कर लिया है और वैकल्पिक रूट चिन्हित कर बस संचालन की तैयारी शुरू कर दी गई है।
बसों के लिए चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर भी तैयार
प्रयागराज रीजन के सेवा प्रबंधक रविंद्र वर्मा ने जानकारी दी है कि बसों के संचालन से पहले उनके लिए जरूरी चार्जिंग स्टेशन की स्थापना भी तेजी से की जा रही है। उन्होंने बताया कि “चार्जिंग प्वाइंट का कार्य लगभग पूरा हो चुका है और बसें अगले महीने से यात्रियों के लिए उपलब्ध हो जाएंगी।”
ई-बसों का संचालन पर्यावरण के लिए लाभदायक होगा और डीजल-वाहनों की तुलना में प्रदूषण की मात्रा में भारी कमी आएगी।
बस की विशेषताएं आधुनिक आरामदायक और पर्यावरण अनुकूल
डबल डेकर ई-बसों में कई आधुनिक सुविधाएं और यात्रियों की सुविधा का खास ध्यान रखा गया है:
- दो मंजिलों पर बैठने की सुविधा
- वातानुकूलित केबिन
- जीपीएस ट्रैकिंग और ऑटोमेटिक अलर्ट सिस्टम
- रियर व्यू कैमरा और ऑटोमैटिक ब्रेकिंग सिस्टम
- दिव्यांगजन के लिए अलग प्रवेश सुविधा
- बिना प्रदूषण के सुगम सफर
ये बसें न सिर्फ युवाओं और छात्रों के लिए बल्कि पर्यटन को भी बढ़ावा देंगी, क्योंकि ये शहर के प्रमुख दर्शनीय स्थलों को जोड़ती हैं।
प्रयागराज में यातायात व्यवस्था को मिलेगी मजबूती
डबल डेकर ई-बसों के संचालन से शहर की भीड़-भाड़ वाले रूटों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। साथ ही लोगों को एक नया, स्वच्छ और व्यवस्थित यात्रा अनुभव मिलेगा।
यह सुविधा विशेष रूप से उन यात्रियों के लिए फायदेमंद होगी, जो रोजाना एयरपोर्ट, स्टेशन या विश्वविद्यालय जैसे स्थानों पर आते-जाते हैं।
भविष्य में और रूट्स पर विस्तार की संभावना
सेवा प्रबंधक के अनुसार, इन दो प्रमुख रूटों पर सफलता के बाद कुछ और मार्गों पर डबल डेकर ई-बस सेवा का विस्तार किया जाएगा। इस पर विचार चल रहा है कि बसें संगम, हनुमान मंदिर, भारद्वाज आश्रम, किला और अन्य धार्मिक व पर्यटन स्थलों से होकर भी गुजरें, ताकि यात्रियों को अतिरिक्त लाभ मिल सके।
क्या रहेगी टिकट दरें और समय सारिणी ?
फिलहाल अधिकारियों ने किराया और टाइमटेबल तय नहीं किया है, लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि:
- टिकट दरें सामान्य ई-बसों के बराबर या मामूली ज्यादा हो सकती हैं
- बसें सुबह 6 बजे से रात 10 बजे तक नियमित अंतराल पर चलेंगी
- छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों को रियायत मिल सकती है
जल्द ही रोडवेज विभाग की ओर से इस पर अधिकारिक अधिसूचना जारी की जाएगी।
प्रयागराज को मिला भविष्य का सार्वजनिक परिवहन
डबल डेकर ई-बसों का संचालन प्रयागराज के लिए एक स्मार्ट और इको-फ्रेंडली पहल है। इससे न सिर्फ आम यात्रियों को लाभ मिलेगा, बल्कि यह प्रयास पर्यावरण संरक्षण और स्मार्ट सिटी मिशन की दिशा में भी एक मजबूत कदम है।