Gold Rate Today: भारत में सोने और चांदी की कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं. आज यानी ताजा आंकड़ों के अनुसार, 24 कैरेट सोने की कीमत 95,420 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई है. वहीं चांदी भी 95,420 रुपये प्रति किलो पर बिक रही है. यह भारत में अब तक का सबसे ऊंचा स्तर माना जा रहा है.
गौर करने वाली बात यह है कि बीते दिन यानी कल के मुकाबले सिर्फ 10 रुपये प्रति 10 ग्राम का इजाफा हुआ है. लेकिन यह छोटी बढ़ोतरी भी एक बड़े ट्रेंड का हिस्सा है. जो कई दिनों से लगातार जारी है.
दिल्ली से लखनऊ तक आसमान छूती कीमतें
भारत के प्रमुख शहरों में सोने के रेट तेजी से ऊपर जा रहे हैं. उदाहरण के लिए:
- दिल्ली में 10 ग्राम 24 कैरेट सोना 98,170 रुपये तक पहुंच गया है.
- लखनऊ में 24 कैरेट सोने की कीमत 98,900 रुपये/10 ग्राम हो गई है, जबकि 22 कैरेट सोना 95,200 रुपये/10 ग्राम पर बिक रहा है.
- भोपाल में 22 कैरेट सोने का रेट 87,404 रुपये/10 ग्राम और 24 कैरेट सोना 95,350 रुपये/10 ग्राम तक पहुंच चुका है.
इन आंकड़ों से साफ है कि पूरे भारत में सोने और चांदी की कीमतें नए शिखर पर पहुंच रही हैं.
चांदी भी पकड़ रही है रफ्तार
केवल सोना ही नहीं, चांदी के दाम भी जबरदस्त उछाल पर हैं. कई शहरों में चांदी की कीमत 99,000 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है. बीते दिन की तुलना में इसमें भी करीब 10 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
चांदी का इस्तेमाल न केवल गहनों में बल्कि उद्योग और फोटो व इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों में भी होता है. जिससे इसकी मांग हमेशा बनी रहती है. खासकर त्योहार और शादी के मौसम में इसकी खपत बढ़ जाती है. जिसका असर सीधे कीमतों पर पड़ता है.
सोने में लगातार तेजी के पीछे ये 3 बड़े कारण
ग्लोबल ट्रेड वॉर और मंदी की आशंका
दुनियाभर में चल रहे अमेरिका और चीन के बीच व्यापार तनाव ने बाजार की स्थिरता पर असर डाला है. अमेरिका की टैरिफ पॉलिसी और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता के चलते निवेशक अब ‘सेफ हेवन’ यानी सुरक्षित निवेश के विकल्प की ओर देख रहे हैं.
ऐसे में सोना हमेशा से सुरक्षित निवेश का साधन माना गया है. जब बाजार में डर होता है, तब लोग स्टॉक्स या क्रिप्टो की जगह सोना खरीदना पसंद करते हैं. यही वजह है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की मांग तेजी से बढ़ रही है.
रुपए की कमजोरी
डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया करीब 4% तक कमजोर हुआ है. जब रुपया कमजोर होता है तो भारत को इंपोर्ट पर ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ते हैं.
भारत, सोने का सबसे बड़ा आयातक देश है. इसलिए जब डॉलर महंगा होता है, तो सोना अपने आप महंगा हो जाता है. जिससे घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में उछाल आता है.
शादी का सीजन और पारंपरिक मांग
भारत में शादी-ब्याह के मौसम में सोने की मांग बढ़ जाती है. यहां सोना सिर्फ एक आभूषण नहीं, बल्कि धन और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. इसलिए चाहे कीमतें कितनी भी बढ़ जाएं, लोग खरीदारी करना बंद नहीं करते.
शादी के लिए गहनों की मांग हर साल अप्रैल-मई और नवंबर-दिसंबर में चरम पर होती है. इस बार भी वैसा ही ट्रेंड देखने को मिल रहा है, जिससे सोने की कीमतों में लगातार तेजी बनी हुई है.
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
यदि आप निवेशक हैं और सोने-चांदी में पैसा लगाने की सोच रहे हैं, तो यह समय थोड़ा सोच-समझकर कदम उठाने का है. कीमतें पहले ही रिकॉर्ड स्तर पर हैं. इसलिए अचानक गिरावट की आशंका भी बनी रहती है.
हालांकि, लंबी अवधि के निवेश के लिए सोना अब भी एक सुरक्षित विकल्प है. आप चाहें तो:
- Sovereign Gold Bonds
- गोल्ड ETF (Exchange Traded Funds)
- डिजिटल गोल्ड
- या फिर फिजिकल गोल्ड (जैसे सिक्के या बिस्किट) में निवेश कर सकते हैं.
क्या कीमतें और बढ़ेंगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता, डॉलर की मजबूती और घरेलू मांग ऐसे ही बनी रही, तो सोने और चांदी की कीमतों में और तेजी आ सकती है.
हालांकि यह भी ध्यान देना होगा कि अगर अमेरिका और चीन के बीच कोई सकारात्मक समझौता होता है या भारत में रुपया मजबूत होता है. तो कीमतों में कुछ गिरावट भी आ सकती है.