New Bypass Road: पंजाब और हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। खासकर उन लोगों के लिए जो ज़ीरकपुर, पंचकूला, पटियाला और शिमला जैसे इलाकों में नियमित रूप से सफर करते हैं। इन राज्यों की सीमाओं को जोड़ने वाले व्यस्त सड़कों पर ट्रैफिक जाम की समस्या अब खत्म होने वाली है। जल्द ही एक नया 19.2 किलोमीटर लंबा और 6-लेन का बाईपास बनने जा रहा है, जिसकी लागत 1878.31 करोड़ रुपये तय की गई है।
ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत
यह बाईपास एनएच-7 (ज़ीरकपुर-पटियाला रोड) से शुरू होकर एनएच-5 (ज़ीरकपुर-परवाणू रोड) तक बनाया जाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य ज़ीरकपुर और पंचकूला जैसे घनी आबादी वाले क्षेत्रों में ट्रैफिक जाम को कम करना है। रोज़ाना हजारों गाड़ियां जो पटियाला, मोहाली एयरोसिटी, शिमला या दिल्ली की ओर जाती हैं, वे अब इस नए बाईपास के ज़रिए आसानी से बिना किसी रुकावट के निकल सकेंगी।
6-लेन बाईपास से बढ़ेगी रफ्तार
इस प्रोजेक्ट के तहत बनने वाला बाईपास पूरी तरह से 6-लेन का होगा, जिससे ट्रैफिक का बहाव तेज और व्यवस्थित होगा। इसका निर्माण भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा किया जाएगा। बाईपास बनने से दिल्ली और पटियाला की ओर से आने वाले वाहन जो शिमला जाना चाहते हैं, उन्हें अब ज़ीरकपुर शहर के अंदर घुसने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इससे शिमला की ओर जाने वाला समय 30 से 45 मिनट तक कम हो सकता है।
एयरोसिटी मोहाली और पटियाला की कनेक्टिविटी होगी मजबूत
यह बाईपास न केवल स्थानीय ट्रैफिक को राहत देगा, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश से सीधा संपर्क भी बनाएगा। मोहाली एयरोसिटी, पटियाला, और दिल्ली से आने-जाने वाले लोगों को अब पंचकूला और ज़ीरकपुर में जाम से नहीं जूझना पड़ेगा। इसके साथ ही पंजाब-हरियाणा की सीमा पर बसे ग्रामीण इलाकों को भी इस बाईपास से फायदा मिलेगा।
रियल एस्टेट में आएगी रफ्तार
इन्फ्रास्ट्रक्चर का विस्तार हमेशा रियल एस्टेट को प्रभावित करता है और इस बाईपास के बनने से ज़मीनों की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी जा सकती है। बाईपास के आसपास के इलाकों में निवेश की संभावनाएं बढ़ेंगी और नई आवासीय व व्यावसायिक परियोजनाएं आकार ले सकती हैं। इसका सीधा लाभ ज़ीरकपुर, बलटाना, ढकोली, और पंचकूला एक्सटेंशन जैसे क्षेत्रों को मिलेगा।
शिमला जाने वालों को सबसे बड़ी राहत
शिमला जाने वाले हजारों यात्रियों को अब ज़ीरकपुर में जाम में फंसना नहीं पड़ेगा। अभी तक NH-5 पर रोजाना ट्रैफिक की लंबी कतारें लगती थीं, खासकर छुट्टियों और वीकेंड्स पर। लेकिन बाईपास चालू होने के बाद हिमाचल जाने वाला ट्रैफिक शहर के अंदर से होकर नहीं गुज़रेगा, जिससे सफर तेज और आसान होगा।
रोजगार और विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस बाईपास के निर्माण से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। निर्माण कार्य के दौरान इंजीनियरों, मजदूरों, उपकरण चालकों और अन्य कर्मचारियों की भारी मांग होगी। इसके अलावा, बाईपास चालू होने के बाद इस रूट पर ढाबे, पेट्रोल पंप, होटल, और ट्रांसपोर्ट बिजनेस भी उभरेंगे, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
सरकारी योजना के तहत मिलेगी फंडिंग
1878 करोड़ रुपये की यह परियोजना राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा विकास योजना (National Infrastructure Pipeline) के तहत फंड की जा रही है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार दोनों का योगदान होगा। साथ ही, पर्यावरण और भूमि अधिग्रहण से जुड़ी सभी औपचारिकताओं को जल्द ही पूरा किया जाएगा, जिससे निर्माण कार्य समय पर शुरू हो सके।
ज़ीरकपुर-पंचकूला बाईपास बनेगा नया ट्रैफिक फ्री कॉरिडोर
पंजाब और हरियाणा के लाखों यात्रियों के लिए यह बाईपास एक वरदान साबित होगा। 19.2 किलोमीटर लंबे इस कॉरिडोर के बन जाने से न केवल ट्रैफिक में राहत मिलेगी बल्कि हिमाचल प्रदेश की ओर जाने वाली यात्रा भी सहज और सुगम हो जाएगी। इसके साथ ही आसपास के क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की कीमतों और रोजगार के अवसरों में भी बढ़ोतरी होगी। यह प्रोजेक्ट आने वाले समय में उत्तर भारत की कनेक्टिविटी और आर्थिक विकास का प्रमुख स्तंभ बन सकता है।