FNG Expressway Route: दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में ट्रैफिक को व्यवस्थित और बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। लंबे समय से लंबित फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद (FNG) एक्सप्रेसवे परियोजना को फिर से गति दी जा रही है। इस प्रोजेक्ट को लेकर नोएडा प्राधिकरण और हरियाणा के लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों की हाल ही में बैठक हुई, जिसमें बताया गया कि PWD की ओर से इस प्रोजेक्ट का सर्वे पूरा कर लिया गया है।
यमुना नदी पर बनेगा 600 मीटर लंबा पुल
FNG एक्सप्रेसवे को फरीदाबाद और नोएडा को जोड़ने के लिए यमुना नदी पर एक महत्वपूर्ण पुल का निर्माण किया जाएगा। यह पुल नोएडा के मंगरोली गांव से शुरू होकर फरीदाबाद के लालपुर गांव तक जाएगा। इस पुल की लंबाई लगभग 600 मीटर होगी और यह दो शहरों को सरल और तेज़ रास्ता देगा। फरीदाबाद मेट्रो डेवलपमेंट अथॉरिटी (FMDA) ने इस परियोजना के लिए नोएडा प्राधिकरण को अधिकारिक पत्र भी सौंप दिया है। अनुमान है कि इस साल के अंत तक परियोजना पर निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
एलिवेटेड रोड ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा
FNG एक्सप्रेसवे का एक बड़ा हिस्सा एलिवेटेड रोड के रूप में तैयार किया जाएगा। एनएचएआई के अधिकारियों के अनुसार, यह एक्सप्रेसवे नोएडा के छिजारसी से शुरू होगा और मंगरौली तक पहुंचेगा। छिजारसी के पीछे NH-9 पर एक एलिवेटेड लूप बनाया जाएगा, जिससे इसे गाजियाबाद से जोड़ा जा सकेगा।
दूसरा एलिवेटेड रोड 14.5 किलोमीटर के बाद
FNG प्रोजेक्ट की योजना में आगे चलकर एक और एलिवेटेड रोड का निर्माण प्रस्तावित है जिसकी लंबाई लगभग 5.65 किलोमीटर होगी। यह मार्ग हरनंदी के पुश्ता, दादरी-सूरजपुर-छलेरा (DSC) रोड से होकर गुजरेगा और अंत में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर एक अंडरपास के रूप में समाप्त होगा। इससे नोएडा व ग्रेटर नोएडा के बीच ट्रैफिक का बोझ काफी हद तक कम होगा।
कहां-कहां से होकर गुजरेगा FNG एक्सप्रेसवे ?
FNG एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 23 किलोमीटर होगी और यह कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों को जोड़ेगा:
- गाजियाबाद का NH-24
- नोएडा के छिजारसी, बहलोलपुर, सोहरखा
- सेक्टर- 112, 140, 168
- नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे
- अंत में फरीदाबाद के लालपुर गांव
यह पहला ऐसा एक्सप्रेसवे होगा जो दिल्ली-एनसीआर के तीन प्रमुख शहरों – गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद को आपस में जोड़कर सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
FNG एक्सप्रेसवे के प्रमुख फायदे
🔹 ट्रैफिक से राहत
इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद कालिंदी कुंज, DSC रोड, और नोएडा के मास्टर प्लान रोड पर ट्रैफिक का दबाव कम हो जाएगा। जो लोग रोज़ाना गाजियाबाद से फरीदाबाद या नोएडा से गुरुग्राम के लिए यात्रा करते हैं, उन्हें बड़ा फायदा मिलेगा।
🔹 समय और ईंधन की बचत
FNG के चलते यात्रियों को दिल्ली के रास्ते नहीं जाना पड़ेगा, जिससे ना केवल समय बचेगा बल्कि पेट्रोल-डीजल की खपत भी घटेगी।
🔹 औद्योगिक और आवासीय विकास को बढ़ावा
इस एक्सप्रेसवे से जुड़े क्षेत्रों – जैसे ग्रेनो वेस्ट, सेक्टर 168, 112, बहलोलपुर आदि में रियल एस्टेट और व्यापारिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
🔹 सुगम एम्बुलेंस और आपातकालीन सेवा
सीधी सड़क और बेहतर पहुंच होने से एम्बुलेंस, फायर ब्रिगेड और पुलिस वाहन तेजी से गंतव्य तक पहुंच सकेंगे, जिससे आपातकालीन सेवाओं की दक्षता बढ़ेगी।
क्या है अगला कदम ?
PWD और FMDA मिलकर इस प्रोजेक्ट की फाइनल डीपीआर को अंतिम रूप देंगे। तीन प्रस्तावित रूटों में से किसी एक को मंजूरी मिलने के बाद निर्माण कार्य को अंतिम रूप मिलेगा। अगर सब कुछ योजना के अनुसार रहा तो 2025 के अंत तक इस परियोजना के पहले चरण को पूरा कर लिया जाएगा।