Weight Chart According to Age: आज के दौर में मोटापा केवल उम्रदराज़ लोगों की समस्या नहीं रह गई है। अब बच्चे, किशोर, युवा और अधेड़ उम्र के लोग भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहे हैं। खराब खानपान, व्यायाम की कमी, गलत जीवनशैली और हार्मोनल असंतुलन इसके मुख्य कारण बन रहे हैं। लेकिन अगर समय रहते जागरूकता लाई जाए और यह समझा जाए कि हर उम्र में कितना वजन आदर्श माना जाता है, तो मोटापे से जुड़ी बीमारियों से काफी हद तक बचा जा सकता है।
कब बढ़ता है वजन सबसे ज्यादा ?
किशोरावस्था से लेकर युवावस्था तक शरीर का विकास सबसे तेजी से होता है। लड़कियों में आमतौर पर 12 से 14 साल की उम्र में और लड़कों में 14 से 16 साल की उम्र में शरीर और वजन में तेज़ी से बदलाव आते हैं। इसके बाद 20 से 30 साल की उम्र में शरीर का विकास स्थिर होता है। लेकिन अगर इस समय डाइट खराब हो जाए या फिजिकल एक्टिविटी कम हो जाए, तो वजन तेजी से बढ़ने लगता है।
वजन बढ़ने के अन्य कारण
- हार्मोनल बदलाव: थायरॉइड, पीसीओडी जैसी समस्याएं वजन बढ़ाती हैं
- दवाइयों का असर: कुछ स्टेरॉयड या एंटी-डिप्रेसेंट वजन बढ़ा सकते हैं
- नींद की कमी: इससे मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है
- मानसिक तनाव: स्ट्रेस ईटिंग से भी वजन बढ़ता है
BMI क्या है और कैसे करता है मोटापे का आकलन ?
BMI (Body Mass Index) एक ऐसा पैमाना है जो आपकी लंबाई और वजन के अनुपात के आधार पर यह बताता है कि आप सामान्य वजन, अधिक वजन, या मोटापे की श्रेणी में आते हैं या नहीं। यह न केवल वजन का माप बताता है बल्कि स्वास्थ्य जोखिमों का भी अनुमान देता है।
BMI श्रेणियां :
- 18.5: 24.9 : सामान्य वजन
- 25.0: 29.9 : अधिक वजन
- 30.0 और उससे ऊपर : मोटापा
पुरुषों के लिए उम्र और हाइट के अनुसार आदर्श वजन (BMI 18.5 से 24.9)
| उम्र | हाइट (सेमी) | वजन (किलोग्राम) |
| 18-25 | 150-155 | 47-60 |
| 18-25 | 160-165 | 53-66 |
| 18-25 | 170-175 | 58-72 |
| 26-35 | 150-155 | 50-63 |
| 26-35 | 160-165 | 55-70 |
| 26-35 | 170-175 | 60-75 |
| 36-45 | 150-155 | 52-65 |
| 36-45 | 160-165 | 57-73 |
| 36-45 | 170-175 | 62-78 |
| 46-55 | 150-155 | 55-68 |
| 46-55 | 160-165 | 60-75 |
| 46-55 | 170-175 | 65-80 |
| 56-65 | 150-155 | 58-72 |
| 56-65 | 160-165 | 63-78 |
| 56-65 | 170-175 | 68-83 |
महिलाओं के लिए उम्र और हाइट के अनुसार आदर्श वजन
| उम्र | हाइट (सेमी) | वजन (किलोग्राम) |
| 18-25 | 150-155 | 45-58 |
| 18-25 | 160-165 | 50-63 |
| 18-25 | 170-175 | 55-68 |
| 26-35 | 150-155 | 48-62 |
| 26-35 | 160-165 | 53-66 |
| 26-35 | 170-175 | 58-72 |
| 36-45 | 150-155 | 50-65 |
| 36-45 | 160-165 | 55-70 |
| 36-45 | 170-175 | 60-75 |
| 46-55 | 150-155 | 53-68 |
| 46-55 | 160-165 | 58-73 |
| 46-55 | 170-175 | 63-78 |
| 56-65 | 150-155 | 55-70 |
| 56-65 | 160-165 | 60-75 |
| 56-65 | 170-175 | 65-80 |
BMI 25 के ऊपर क्यों है खतरे की घंटी ?
- 25 से 29.9 के बीच: आप अधिक वजन की श्रेणी में हैं, जहां ब्लड प्रेशर, शुगर और जोड़ों में दर्द की समस्याएं हो सकती हैं।
- 30 से ऊपर: यह मोटापे की गंभीर स्थिति मानी जाती है, जिसमें हृदय रोग, डायबिटीज, फैटी लिवर, कैंसर, स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
मोटापे से बचने के आसान उपाय
- संतुलित आहार लें: हरी सब्जियां, फल, हाई फाइबर फूड
- नियमित एक्सरसाइज करें: कम से कम 30 मिनट तेज चलना या योग
- पर्याप्त नींद लें: 7 से 8 घंटे की नींद जरूरी है
- स्ट्रेस मैनेज करें: ध्यान और मेडिटेशन की मदद लें
- मीठा और फास्ट फूड कम करें: ये वजन बढ़ाने का सबसे बड़ा कारण है
सही जानकारी से ही घटेगा वजन
मोटापा एक धीमा ज़हर है जो समय के साथ गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। लेकिन सही BMI के अनुसार वजन का आकलन, हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज से इसे काबू में रखा जा सकता है। हर व्यक्ति को चाहिए कि वह अपनी उम्र, हाइट और हेल्थ हिस्ट्री के आधार पर अपना आदर्श वजन जाने और उसी के अनुसार जीवनशैली चुने।