UP New Highway: उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश के हर कोने में सड़कों की दशा सुधारने और रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी क्रम में मिर्जापुर और प्रयागराज को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-35 को अब सिक्स लेन में तब्दील किया जा रहा है। बढ़ते यातायात दबाव को देखते हुए यह फैसला लिया गया है, जिससे इस क्षेत्र की सड़क परिवहन व्यवस्था को नया आयाम मिलेगा।
वाहनों के दबाव ने बढ़ाई चौड़ीकरण की जरूरत
मौजूदा समय में प्रयागराज से मिर्जापुर के बीच की दूरी करीब 100 किलोमीटर है, जो कि तीन लेन की सड़क से तय की जाती है। परंतु जैसे-जैसे वाहनों की संख्या बढ़ी है, इस मार्ग पर ट्रैफिक जाम एक आम समस्या बन गई है। अब इसी जाम और समय की बर्बादी से निजात दिलाने के लिए इस सड़क को सिक्स लेन में बदला जा रहा है।
मिर्जापुर-प्रयागराज रोड को जोड़ा जाएगा वाराणसी-रीवा राजमार्ग से
सिर्फ प्रयागराज-मिर्जापुर ही नहीं, इस हाईवे का विस्तार वाराणसी-रीवा राजमार्ग तक किया जाएगा। इससे जो वाहन प्रयागराज से रीवा या वाराणसी की तरफ जाना चाहते हैं, उन्हें जाम से नहीं जूझना पड़ेगा और वह कम समय में अपनी मंज़िल तक पहुंच सकेंगे। यह यूपी की क्षेत्रीय कनेक्टिविटी के लिए एक क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।
सर्वे शुरू डीपीआर तैयार करने में लगेंगे तीन महीने
बजट सत्र के दौरान सड़क के चौड़ीकरण की घोषणा होते ही प्रशासन ने तेजी से सर्वे कार्य शुरू करवा दिया है। विशेषज्ञों की चार टीमों को नियुक्त किया गया है, जो भूमि अधिग्रहण की रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। मिर्जापुर राष्ट्रीय मार्ग खंड के सहायक अभियंता विशाल सेठ के अनुसार, डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार होने में करीब तीन महीने का समय लगेगा, जिसे बाद में केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्रालय को भेजा जाएगा।
60 फीट चौड़ी होगी सड़क 6 लेन में होगा ट्रैफिक का प्रवाह
नई योजना के तहत मिर्जापुर से प्रयागराज तक सड़क की चौड़ाई लगभग 60 फीट की होगी और दोनों ओर तीन-तीन लेन होंगी। इससे न केवल भारी वाहनों को आसानी होगी, बल्कि सामान्य यात्रियों को भी बिना रुकावट और आरामदायक यात्रा का अनुभव मिलेगा। अभी तक की तीन लेन सड़क बढ़ते ट्रैफिक को संभालने में अक्षम हो चुकी थी।
सर्वे के बाद किसानों को मिलेगा मुआवजा
जिन क्षेत्रों में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा, वहां के किसानों और मकान मालिकों को सरकार की ओर से उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा। सर्वे की रिपोर्ट में बथुआ जैसे इलाकों को चुनौतीपूर्ण बताया गया है, क्योंकि यहां पर मकानों की संख्या अधिक है। हालांकि प्रशासन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं होने दिया जाएगा और पूरी प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की जाएगी।
रोजगार और क्षेत्रीय विकास को मिलेगा बढ़ावा
इस सड़क के चौड़ीकरण से न केवल यात्रियों को फायदा होगा बल्कि इसके निर्माण से जुड़े कई स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा। इसके साथ ही इस मार्ग से जुड़े क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी और मिर्जापुर, मेजा, प्रयागराज जैसे इलाकों को औद्योगिक और व्यावसायिक दृष्टिकोण से भी लाभ पहुंचेगा।
पर्यावरणीय संतुलन पर भी रखा जाएगा ध्यान
सरकार की ओर से यह भी स्पष्ट किया गया है कि सड़क निर्माण के दौरान पर्यावरण का पूरा ध्यान रखा जाएगा। पेड़-पौधों की कटाई के बदले ज्यादा संख्या में वृक्षारोपण का प्रावधान किया जाएगा। साथ ही, सड़क के किनारे हरियाली बनाए रखने के लिए योजनाएं पहले से तैयार की जा रही हैं।
नितिन गडकरी के निर्देश पर हो रहा तेजी से काम
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने खुद इस परियोजना की मॉनिटरिंग करते हुए संबंधित विभागों को निर्देश दिए हैं कि कार्य तय समय सीमा में और गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा किया जाए। इससे उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी को और सशक्त बनाया जा सके।
यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर में ऐतिहासिक बदलाव
मिर्जापुर-प्रयागराज सड़क का सिक्स लेन में विस्तार उत्तर प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर में ऐतिहासिक बदलाव लाएगा। यह केवल एक सड़क परियोजना नहीं, बल्कि क्षेत्रीय विकास, रोजगार सृजन, और लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। उम्मीद की जा रही है कि डीपीआर बनते ही काम की शुरुआत हो जाएगी और यह परियोजना समय पर पूरी होकर पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बनेगी।