UP New Railway Line: पूर्वोत्तर रेलवे द्वारा गोरखपुर जंक्शन-गोरखपुर कैंट-कुसम्ही-डोमिनगढ़ सेक्शन में तीसरी लाइन निर्माण और यार्ड रीमॉडलिंग का कार्य जोरों पर चल रहा है। इस परियोजना के अंतर्गत रेलवे ने कई ट्रेनों के संचालन मार्ग में अस्थायी परिवर्तन किया है ताकि कार्य बाधित न हो और सुरक्षा बनी रहे।
27 अप्रैल से 3 मई तक कुल 5 जोड़ी ट्रेनों के रूट में बदलाव
रेलवे प्रशासन ने साफ किया है कि 27 अप्रैल से 3 मई 2025 के बीच चलने वाली पांच जोड़ी लंबी दूरी की ट्रेनें अब अपने निर्धारित मार्ग की जगह वैकल्पिक रूट से चलेंगी। ये परिवर्तन अस्थायी हैं और कार्य पूरा होने के बाद पुनः पुराने मार्ग पर बहाली की जाएगी।
कामाख्या-वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस का मार्ग बदला
गाड़ी संख्या 15655 – कामाख्या-श्री माता वैष्णो देवी कटरा एक्सप्रेस, जो 27 अप्रैल को कामाख्या से रवाना होगी, उसे अब बरौनी – मुजफ्फरपुर – छपरा ग्रामीण – भटनी – गोरखपुर कैंट के रास्ते चलाया जाएगा।
सहरसा-आनंद विहार जनसाधारण एक्सप्रेस को भी नया रूट मिला
गाड़ी संख्या 15529 – सहरसा-आनंद विहार जनसाधारण एक्सप्रेस, जो 30 अप्रैल को सहरसा से रवाना होगी, को भी मुजफ्फरपुर – छपरा ग्रामीण – भटनी – गोरखपुर कैंट होते हुए चलाया जाएगा।
अमरनाथ एक्सप्रेस भी बदले हुए मार्ग से चलेगी
गाड़ी संख्या 15654 – जम्मूतवी से गुवाहाटी जाने वाली अमरनाथ एक्सप्रेस, जो 2 मई को चलेगी, अब गोरखपुर कैंट – भटनी – छपरा ग्रामीण – मुजफ्फरपुर मार्ग से गुजरेगी। इससे गोरखपुर के मुख्य जंक्शन पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा।
बरौनी-बांद्रा अवध एक्सप्रेस भी बदलेगी मार्ग
25 अप्रैल से 3 मई तक चलने वाली गाड़ी संख्या 19038 – बरौनी से बांद्रा टर्मिनस जाने वाली अवध एक्सप्रेस को मुजफ्फरपुर – छपरा ग्रामीण – भटनी – गोरखपुर कैंट होते हुए गंतव्य की ओर भेजा जाएगा।
क्यों जरूरी है यह बदलाव ?
रेलवे प्रशासन के अनुसार, गोरखपुर-कुसम्ही सेक्शन में तीसरी लाइन बिछाई जा रही है, जिससे इस व्यस्त रूट पर ट्रैफिक को संतुलित करने और ट्रेनों के समय पर संचालन में मदद मिलेगी। इसके अलावा गोरखपुर कैंट और डोमिनगढ़ के बीच यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य चल रहा है, जो ट्रेनों के रखरखाव और स्टेशन पर लाइन स्विचिंग में सुधार लाएगा।
प्रभावित होंगे लाखों यात्री समय से पहले करें जानकारी प्राप्त
रूट परिवर्तन से प्रभावित यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे:
- IRCTC या NTES ऐप पर ट्रेन का लाइव स्टेटस और रूट चेक करें
- अपने रेल टिकट एजेंट या हेल्पलाइन 139 से नई जानकारी प्राप्त करें
- स्टेशन पर मौजूद रेलवे सूचना केंद्र से मार्ग की पुष्टि करें
क्या हो सकते हैं रूट परिवर्तन के फायदे ?
- ट्रेनों की पंचांग टाइमिंग में सुधार
- निर्माण कार्य की गति और गुणवत्ता में सुधार
- यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित
- भविष्य में ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की संभावना
यात्रियों के लिए जरूरी सुझाव
- जिन यात्रियों का बोर्डिंग या डिबोर्डिंग गोरखपुर जंक्शन पर था, वे ध्यान दें कि अब ट्रेन गोरखपुर कैंट होकर चलेगी।
- ट्रेन पकड़ने से पहले रूट और स्टेशन की पुष्टि अवश्य करें।
- किसी भी भ्रम या देरी से बचने के लिए यात्रा की पूर्व योजना बना लें।
अस्थायी असुविधा लेकिन भविष्य की सुविधा के लिए जरूरी कदम
गोरखपुर जैसे व्यस्त रेलवे स्टेशन पर तीसरी लाइन और यार्ड रिमॉडलिंग का कार्य पूर्वोत्तर रेलवे के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह कार्य भविष्य में यात्रा अनुभव को बेहतर बनाएगा। हालांकि फिलहाल रूट परिवर्तनों से यात्रियों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन यह सुरक्षा और सुविधा की दृष्टि से बेहद जरूरी है।