Haryana Weather Report: हरियाणा में अप्रैल का महीना इस बार भीषण गर्मी के साथ दस्तक दे चुका है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ के अनुसार, राज्य में 21 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच मौसम शुष्क और गर्म बना रहेगा। इस दौरान प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में उत्तर-पश्चिमी और पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है, जिससे दिन के तापमान में और तेजी आ सकती है।
हल्के बादल और धूल भरी हवाएं बिगाड़ सकती हैं स्थिति
मौसम विभाग के अनुसार, बीच-बीच में हल्के बादल छाने और गर्म धूल भरी हवाएं चलने की आशंका भी बनी हुई है। इसका असर यह हो सकता है कि दोपहर के समय गर्मी और अधिक महसूस हो। किसानों और स्कूली बच्चों को इस दौरान सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
हीट वेव से 25 अप्रैल तक राहत की उम्मीद
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलहाल हीट वेव (लू) की स्थिति बनी हुई है, लेकिन उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवाओं की वजह से 25 अप्रैल तक प्रदेश में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट संभव है। यह गिरावट हालांकि अल्पकालिक होगी, क्योंकि 25 अप्रैल के बाद मरुस्थलीय क्षेत्रों से आने वाली गर्म हवाओं के चलते तापमान फिर बढ़ने लगेगा।
तापमान ने पार किया 40 डिग्री का आंकड़ा
राज्य के पश्चिमी और दक्षिणी जिलों – जैसे हिसार, सिरसा और फतेहाबाद में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज किया गया है। ये जिले फिलहाल सबसे अधिक गर्म हैं और यहां लू चलने की चेतावनी दी गई है। रविवार को इन क्षेत्रों में गर्म हवाओं ने लोगों को बेहाल कर दिया।
कुछ जिलों को मिली राहत गिरा दिन का तापमान
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से रविवार को कुछ उत्तर पश्चिमी जिलों में हल्की बारिश और ठंडी हवाएं चलीं, जिससे हिसार, भिवानी, कैथल, करनाल और जींद जैसे जिलों में दिन के तापमान में हल्की गिरावट देखने को मिली। हालांकि यह राहत बहुत सीमित समय के लिए रही।
अगले 5 दिन: किसानों के लिए विशेष चेतावनी
चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कृषि मौसम वैज्ञानिक अजय मिश्रा ने किसानों को सलाह दी है कि वे फसलों में हल्की सिंचाई करते रहें और नमी बनाए रखें। तेज गर्मी में फसलों को नुकसान पहुंच सकता है, खासकर सब्जियों और दलहनी फसलों को।
लू से कैसे बचें ये हैं जरूरी उपाय
गर्मी और लू से बचने के लिए नागरिकों को कुछ एहतियात जरूर बरतने चाहिए:
- धूप में निकलने से बचें, विशेष रूप से दोपहर 12 से 4 बजे तक।
- बाहर जाते समय सिर ढकें, छाता या टोपी का प्रयोग करें।
- पानी खूब पीएं, डिहाइड्रेशन से बचने के लिए।
- बच्चों और बुजुर्गों को विशेष देखभाल की जरूरत है।
- सार्वजनिक स्थानों पर ठंडा पेयजल उपलब्ध कराएं।
आने वाले दिनों में क्या हो सकता है बदलाव ?
अगर मौसम विभाग की भविष्यवाणी पर भरोसा करें, तो 26 अप्रैल के बाद फिर से गर्म हवाएं और शुष्क मौसम लौट सकता है। इस वजह से प्रदेश के तापमान में फिर से 2 से 4 डिग्री की वृद्धि हो सकती है और मई की शुरुआत तक यह 45 डिग्री पार करने की संभावना है।
स्कूलों के समय में हो सकता है बदलाव
तेजी से बढ़ते तापमान को देखते हुए कुछ जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव की योजना पर भी विचार हो रहा है। पहले से ही कुछ निजी स्कूलों ने सुबह 7 से 12 बजे तक की शिफ्ट में कक्षाएं संचालित करनी शुरू कर दी हैं। सरकारी स्कूलों में भी जिला प्रशासन से दिशा-निर्देशों की प्रतीक्षा की जा रही है।
जलवायु परिवर्तन की चेतावनी
मौसम में आ रहे इन तीव्र बदलावों को जलवायु परिवर्तन का प्रभाव माना जा रहा है। जहां एक तरफ गर्मी सामान्य से कई गुना तेज हो रही है, वहीं बारिश और ठंडी हवाओं की घटनाएं असमान और अनिश्चित होती जा रही हैं। सरकार को चाहिए कि ऐसे समय में लोगों के स्वास्थ्य और कृषि पर पड़ने वाले असर का ध्यान रखते हुए नीतियों में बदलाव करें।