CNG Price Hike: कंप्रेस्ड नेचुरल गैस (CNG) से वाहन चलाने वालों को अब और ज्यादा जेब ढीली करनी पड़ेगी। कानपुर सहित कई शहरों में CNG की कीमतों में एक रुपये प्रति किलो का इजाफा हुआ है। अब CNG के लिए वाहन चालकों को 96 की जगह 97 रुपये प्रति किलोग्राम चुकाने होंगे। यह नई दरें 17 अप्रैल की आधी रात यानी बुधवार-गुरुवार रात 12 बजे से लागू हो गई हैं।
पिछले छह महीने में दूसरी बार बढ़े दाम
सीयूजीएल (Central UP Gas Limited) के अनुसार, नवंबर 2024 के बाद अब अप्रैल 2025 में यह दूसरी बार है जब CNG के दामों में बढ़ोतरी की गई है। इससे पहले 19 नवंबर 2024 को CNG 96 रुपये प्रति किलो की दर पर बिक रही थी। वरिष्ठ प्रबंधक मुही खान का कहना है कि इस वृद्धि के पीछे मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव है।
CNG के दामों में बीते दो वर्षों में ऐसे हुआ बदलाव
| तारीख | कीमत (रुपये/किलोग्राम) |
| 16 अप्रैल 2025 | 97 रुपये |
| 19 नवंबर 2024 | 96 रुपये |
| 13 जून 2024 | 94 रुपये |
| 7 मार्च 2024 | 91.75 रुपये |
| 22 नवंबर 2023 | 94.25 रुपये |
| 4 अक्टूबर 2023 | 92.90 रुपये |
| 6 जुलाई 2023 | 94 रुपये |
| 11 अप्रैल 2023 | 92 रुपये |
| 8 अप्रैल 2023 | 94.50 रुपये |
कानपुर में करीब 70 हजार वाहन चल रहे हैं CNG पर
कानपुर शहर में CNG का उपयोग करने वाले वाहनों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
- वर्तमान में शहर में लगभग 70,000 वाहन जैसे बसें, टैक्सियां, ऑटो और निजी कारें CNG से चलती हैं।
- 92,000 किलोग्राम CNG की औसत खपत प्रतिदिन की जाती है।
- शहर में 55 पंपों पर 220 डिस्पेंसरों से इसकी आपूर्ति की जाती है।
CNG वाहनों की बढ़ती संख्या यह दर्शाती है कि लोग पेट्रोल-डीजल से ज्यादा अब CNG को विकल्प के रूप में अपना रहे हैं, लेकिन अब दामों में बढ़ोतरी से उनकी बजट में असर पड़ेगा।
CNG के दाम बढ़ने से यात्रियों और चालकों पर असर
CNG के दामों में हुई इस बढ़ोतरी से कई तरह के प्रभाव देखने को मिल सकते हैं:
- ऑटो और टैक्सी किराए में इजाफे की संभावना
- स्कूल वैन, कैब और पब्लिक ट्रांसपोर्ट ऑपरेटरों की लागत में बढ़ोतरी
- वाहन चालकों की मासिक खर्चों में वृद्धि
- सामान ढोने वाले हल्के व्यावसायिक वाहनों पर सीधा असर
इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ना तय है, क्योंकि परिवहन से जुड़े खर्च पहले से ही महंगे होते जा रहे हैं।
CNG बनाम पेट्रोल और डीजल – क्या अब भी है सस्ता विकल्प ?
- CNG: ₹97 प्रति किलोग्राम
- पेट्रोल: ₹94.49 प्रति लीटर
- डीजल: ₹87.55 प्रति लीटर
हालांकि अब CNG की कीमतें पेट्रोल-डीजल के करीब पहुंचने लगी हैं, फिर भी यह लॉन्ग टर्म में अधिक किफायती और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प माना जाता है। बावजूद इसके, लगातार मूल्यवृद्धि से लोगों का भरोसा डगमगा सकता है।
वैश्विक कीमतों और सरकार की नीति का असर
CNG के दाम मुख्य रूप से प्राकृतिक गैस की अंतरराष्ट्रीय कीमतों पर निर्भर करते हैं। बीते कुछ समय में कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है। इसके साथ-साथ
- ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट
- टैक्सेशन और डीलर मार्जिन
भी अंतिम कीमत को प्रभावित करते हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार को CNG जैसी स्वच्छ ऊर्जा पर टैक्स राहत देनी चाहिए ताकि लोगों को इस ओर प्रोत्साहित किया जा सके।
जनता की प्रतिक्रिया “हर महीने महंगाई झेलनी पड़ रही है”
CNG के बढ़ते दामों को लेकर वाहन चालकों और आम उपभोक्ताओं में नाराजगी है।
- कुछ चालकों का कहना है कि “कमाई उतनी नहीं बढ़ी, जितनी खर्चे बढ़ गए हैं।”
- वहीं, यात्री भी कहते हैं कि “सीएनजी महंगी होने से किराया भी बढ़ेगा और महंगाई की मार और तेज़ होगी।”
जरूरत स्थिर मूल्य नीति की
CNG भले ही पेट्रोल-डीजल से सस्ता और पर्यावरण हितैषी हो, लेकिन बार-बार होने वाली कीमतों में वृद्धि से इसका आकर्षण कम होता जा रहा है। सरकार और गैस कंपनियों को मिलकर एक स्थिर मूल्य नीति अपनाने की जरूरत है, ताकि न तो वाहन चालक परेशान हों और न ही पर्यावरण के लिए कारगर विकल्प पीछे रह जाए।