Haryana Railway Line: हरियाणा के लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। केंद्र सरकार ने हिसार से सिरसा तक 93 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन के निर्माण को मंजूरी दे दी है। इस महत्त्वपूर्ण परियोजना की अनुमानित लागत 410 करोड़ रुपये होगी, जिसे केंद्र सरकार द्वारा पूरी तरह से वित्त-पोषित किया जाएगा। इस कदम से न केवल क्षेत्रीय संपर्क बेहतर होगा, बल्कि सामाजिक और आर्थिक विकास को भी नई दिशा मिलेगी।
वर्षों से अटका था प्रस्ताव अब जाकर मिली हरी झंडी
यह परियोजना कई वर्षों से फाइलों में दबी हुई थी। पूर्व रेल मंत्रियों लालू प्रसाद यादव, सुरेश प्रभु और पीयूष गोयल के कार्यकाल में भी इसका उल्लेख होता रहा, लेकिन निर्माण कार्य कभी शुरू नहीं हो पाया। हर साल अग्रोहा मेले में इस परियोजना की चर्चा जरूर होती थी, मगर अब जाकर इसे अंतिम मंजूरी मिल पाई है। अब यह सपना हकीकत में बदलने जा रहा है।
कृषि व्यापार और उद्योग को मिलेगा सीधा फायदा
हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जैसे जिले हरियाणा के आर्थिक और कृषि गतिविधियों के मुख्य केंद्र हैं। इन जिलों को आपस में जोड़ने वाली यह सीधी रेल लाइन किसानों, व्यापारियों और उद्योगपतियों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी। जहां कृषि उत्पादों को अब बड़े बाज़ारों में भेजना आसान होगा, वहीं स्टील, कपड़ा और कृषि-आधारित उद्योगों को भी सस्ता और तेज़ परिवहन मिलेगा।
ग्रामीण क्षेत्रों के लिए भी वरदान साबित होगी यह परियोजना
यह नई रेलवे लाइन छोटे गांवों और कस्बों को भी बड़े शहरों से जोड़ने का काम करेगी। इसका सबसे बड़ा लाभ किसानों को मिलेगा, जिन्हें अब अपने उत्पाद मंडियों तक पहुंचाने में कम समय और कम लागत लगेगी। साथ ही स्थानीय व्यापारियों के लिए भी यह एक बड़ा मौका होगा, जिससे वह अपनी पहुंच राज्य और देश के अन्य हिस्सों तक बना सकेंगे।
अग्रोहा धाम से धार्मिक पर्यटन को भी मिलेगा बल
अग्रोहा धाम जैसे प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों तक सीधी रेल कनेक्टिविटी बनने से श्रद्धालुओं की संख्या में वृद्धि होगी। इससे न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि स्थानीय दुकानदारों और होटलों की कमाई में भी इजाफा होगा। इस रेल लाइन से न केवल लोगों का आना-जाना सरल होगा, बल्कि क्षेत्र की पहचान भी देशभर में और मज़बूत होगी।
रोजगार के नए अवसर खोलने वाली योजना
रेलवे परियोजना के निर्माण से लेकर संचालन तक हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। निर्माण कार्य में इंजीनियर, मज़दूर, तकनीशियन, और सुपरवाइज़र जैसे कई पदों पर नियुक्ति की जाएगी। इसके अलावा जब रेल लाइन चालू हो जाएगी तो स्टेशन मास्टर, टिकट कलेक्टर, गार्ड, सफाईकर्मी और अन्य स्टाफ की भी ज़रूरत पड़ेगी। इस प्रकार युवाओं को स्थानीय स्तर पर सरकारी नौकरियों के अच्छे अवसर मिलेंगे।
ट्रांसपोर्ट लागत घटेगी मुनाफा बढ़ेगा
रेल लाइन से ट्रांसपोर्टेशन खर्च में कमी आएगी। माल ढुलाई में कम लागत आने से व्यापारियों का मुनाफा बढ़ेगा। इससे छोटे व मध्यम उद्यमों को भी राहत मिलेगी, जो अब अपने उत्पाद सस्ते दामों में दूर-दराज़ तक भेज पाएंगे। साथ ही, हरियाणा में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को भी नई रफ्तार मिलेगी।
परियोजना से जुड़े प्रमुख लाभ संक्षेप में:
- हिसार, अग्रोहा, फतेहाबाद और सिरसा को जोड़ेगी यह रेल लाइन
- अनुमानित लागत 410 करोड़ रुपये
- स्थानीय अर्थव्यवस्था को मिलेगा बड़ा लाभ
- हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार
- धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा
- ट्रांसपोर्ट लागत में कमी
- मेक इन इंडिया को मिलेगा समर्थन
हरियाणा के विकास की नई पटरी पर दौड़ेगा प्रगति का रेल इंजन
हिसार से सिरसा तक की नई रेलवे लाइन केवल लोहे की पटरियों का जोड़ नहीं है, बल्कि यह हरियाणा की भावी तरक्की की नींव है। यह परियोजना राज्य के ग्रामीण और शहरी इलाकों के बीच संपर्क को बेहतर बनाएगी, रोजगार सृजन को बल देगी और आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाएगी। निश्चित रूप से यह परियोजना हरियाणा के भविष्य को नई दिशा देने वाली है।