Rajasthan Fourlane Highway: राजस्थान में बढ़ते ट्रैफिक और सड़क हादसों की समस्या को देखते हुए राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। अब अलवर से बहरोड़ वाया सोडावास स्टेट हाईवे 14 को फोरलेन में तब्दील करने की तैयारी शुरू कर दी गई है। यह खबर उन हजारों लोगों के लिए राहत भरी है, जो रोजाना इस मार्ग पर सफर करते हैं।
जाम से जूझ रहे यात्रियों को मिलेगा राहत
स्टेट हाईवे-14 लंबे समय से अलवर और बहरोड़ के बीच संपर्क का प्रमुख मार्ग बना हुआ है, लेकिन अब तक यह सड़क दो लेन ही थी। लगातार बढ़ते वाहन और ट्रैफिक लोड के कारण यहां पर जाम आम समस्या बन चुकी थी। खासकर सुबह और शाम के समय यहां घंटों तक जाम लगा रहता था। अब इस फोरलेन परियोजना के जरिए लोगों को जाम से काफी हद तक निजात मिलेगी।
65 किलोमीटर लंबे मार्ग को बनाया जाएगा फोरलेन
पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (PWD) और राजमार्ग मंत्रालय ने मिलकर लगभग 65 किलोमीटर लंबे इस स्टेट हाईवे को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव पारित किया है। यह मार्ग अलवर शहर से शुरू होकर सोडावास होते हुए बहरोड़ तक जाएगा। इस फोरलेन निर्माण की प्रक्रिया को जल्द ही टेंडर के जरिए शुरू करने की तैयारी की जा रही है।
ट्रैफिक सर्वे के बाद लिया गया फैसला
सार्वजनिक निर्माण विभाग ने हाल ही में इस मार्ग पर एक विस्तृत ट्रैफिक सर्वे कराया था, जिसमें यह सामने आया कि यहां प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं और भारी वाहनों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। साथ ही ट्रैक्टर, बस और ट्रकों के चलने से सड़क पर जाम और हादसे भी बढ़ते जा रहे थे। इसी को देखते हुए विभाग ने सरकार के सामने फोरलेन निर्माण का प्रस्ताव रखा, जिसे अब मंजूरी दे दी गई है।
लोगों की मांग और जनप्रतिनिधियों की पहल लाई रंग
इस मार्ग को फोरलेन बनाने की मांग लंबे समय से स्थानीय जनता और जन-प्रतिनिधियों द्वारा की जा रही थी। स्थानीय विधायक और सांसदों ने भी कई बार इस दिशा में प्रयास किए। आखिरकार सरकार ने लोगों की सहूलियत को प्राथमिकता देते हुए इस स्टेट हाईवे के चौड़ीकरण को स्वीकृति दे दी है।
फोरलेन बनने से क्या होंगे फायदे ?
- जाम से राहत: अब दो लेन की जगह चार लेन सड़क बन जाने से ट्रैफिक में सुगमता आएगी और जाम की समस्या लगभग खत्म हो जाएगी।
- सड़क हादसों में कमी: चौड़ी सड़क और बेहतर ट्रैफिक मैनेजमेंट से दुर्घटनाओं की संख्या में भी गिरावट आएगी।
- विकास को मिलेगा बढ़ावा: फोरलेन सड़क से क्षेत्रीय व्यापार, पर्यटन और औद्योगिक गतिविधियों को गति मिलेगी।
- यात्रा समय में कटौती: बहरोड़ से अलवर तक की दूरी अब कम समय में तय की जा सकेगी।
जल्द शुरू हो सकता है काम
राजमार्ग मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद अब फोरलेन निर्माण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। इस परियोजना के तहत सड़क के दोनों ओर फुटपाथ, साइन बोर्ड, अंडरपास, सर्विस रोड और अन्य सुविधाएं भी शामिल होंगी। परियोजना का बजट जल्द जारी होने की संभावना है।
स्थानीय लोगों में खुशी की लहर
बहरोड़, सोडावास और अलवर क्षेत्र के लोगों में इस फैसले को लेकर खुशी देखी जा रही है। कई व्यापारियों और रोजाना आने-जाने वालों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। स्थानीय दुकानदारों और ट्रांसपोर्ट व्यापारियों का मानना है कि इससे व्यापार को गति मिलेगी और समय की बचत होगी।
क्या कहता है विभाग ?
पीडब्ल्यूडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि योजना को लेकर आवश्यक औपचारिकताएं पूरी की जा रही हैं और जल्द ही निर्माण कार्य का टेंडर निकाला जाएगा। उनका कहना है कि यह प्रोजेक्ट क्षेत्र के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होगा।