Platform Tickets: हर साल गर्मी की छुट्टियों के दौरान रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ देखने को मिलती है. यही कारण है कि इस बार भारतीय रेलवे ने पहले से तैयारी करते हुए एक बड़ा कदम उठाया है. सेंट्रल रेलवे ने मुंबई और पुणे समेत चार प्रमुख स्टेशनों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर अस्थायी रोक लगाने का फैसला किया है.
यह रोक 18 अप्रैल 2025 से 15 मई 2025 तक प्रभावी रहेगी. इस कदम का उद्देश्य है कि अनावश्यक भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और यात्रियों को सुरक्षित, सुविधाजनक और समय पर यात्रा का अनुभव मिल सके.
किन स्टेशनों पर लागू हुआ है यह नया नियम?
फिलहाल यह रोक मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले चार स्टेशनों पर लागू की गई है. ये स्टेशन हैं:
- छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT), मुंबई
- लोकमान्य तिलक टर्मिनस (LTT), मुंबई
- कल्याण रेलवे स्टेशन
- पुणे रेलवे स्टेशन
ये सभी स्टेशन मध्य रेलवे के व्यस्ततम स्टेशनों में शामिल हैं. इन स्टेशनों से रोजाना हजारों यात्री सफर करते हैं और छुट्टियों के सीजन में यह संख्या कई गुना बढ़ जाती है. भीड़ को काबू में रखने के लिए प्लेटफॉर्म टिकट पर अस्थायी रोक जरूरी मानी गई है.
रेलवे का मकसद
रेलवे द्वारा जारी बयान के अनुसार इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य स्टेशनों पर अनावश्यक भीड़ को रोकना और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है. बीते कुछ वर्षों में भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर अव्यवस्था और भगदड़ जैसे हादसे सामने आए हैं. प्रयागराज महाकुंभ के दौरान नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हुई भगदड़ से भी रेलवे ने सबक लिया है. ऐसे में रेलवे नहीं चाहता कि गर्मी के सीजन में कोई अनहोनी हो.
क्या है प्लेटफॉर्म टिकट बंद करने का असर?
प्लेटफॉर्म टिकट बंद होने का सबसे बड़ा असर उन लोगों पर पड़ेगा जो अपने परिवार या मित्रों को स्टेशन तक छोड़ने या लेने आते हैं. अब उन्हें स्टेशन परिसर के बाहर से ही विदाई देनी होगी. इस निर्णय से भले ही कुछ यात्रियों को असुविधा हो सकती है. लेकिन रेलवे का कहना है कि यह सामूहिक सुरक्षा और सुविधा के लिए जरूरी है.
किन यात्रियों को मिलेगी छूट?
रेलवे ने यह स्पष्ट किया है कि कुछ विशेष परिस्थितियों में छूट दी जाएगी. जिससे जरूरतमंद यात्रियों की सुविधा बनी रहे. छूट पाने वाले यात्री निम्नलिखित हैं:
- बुजुर्ग और वरिष्ठ नागरिक
- बीमार और अस्वस्थ व्यक्ति
- बच्चे
- अशिक्षित या खुद की देखभाल में असमर्थ महिला यात्री
इन यात्रियों के साथ आने वाला व्यक्ति प्लेटफॉर्म पर जा सकेगा. बशर्ते उसकी यात्रा जरूरी हो और वह सहायता के लिए साथ जा रहा हो. इससे ऐसे यात्रियों की यात्रा को आसान और सुरक्षित बनाए रखने का प्रयास किया गया है.
अन्य शहरों में भी लागू हो सकता है यह फैसला
न्यूज रिपोर्ट्स के मुताबिक यह निर्णय सिर्फ मुंबई और पुणे तक सीमित नहीं रहेगा. रेलवे ने संकेत दिए हैं कि अगर जरूरी हुआ तो यह नियम देश के अन्य बड़े और व्यस्त स्टेशनों पर भी लागू किया जा सकता है. इनमें शामिल हो सकते हैं:
- नई दिल्ली रेलवे स्टेशन
- अहमदाबाद रेलवे स्टेशन
- सूरत रेलवे स्टेशन
- बेंगलुरु सिटी रेलवे स्टेशन
- चेन्नई सेंट्रल
- लखनऊ जंक्शन
इन शहरों में भी गर्मी की छुट्टियों के दौरान यात्रियों की संख्या में भारी इजाफा होता है. इसलिए रेलवे पहले से तैयार रहना चाहता है.
यात्रियों से रेलवे की अपील
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे अपनी यात्रा की योजना पहले से बनाएं, टिकट बुकिंग समय पर करें और यात्रा के दौरान नियमों का पालन करें. साथ ही जो लोग अपने प्रियजनों को स्टेशन छोड़ने जा रहे हैं, वे स्टेशन के बाहर ही विदाई दें और अनावश्यक रूप से स्टेशन परिसर में प्रवेश न करें. रेलवे ने यह भी कहा है कि यात्रियों की सुविधा के लिए सुरक्षा बल, हेल्प डेस्क और गाइड की व्यवस्था की जाएगी ताकि कोई भी यात्री भटके नहीं.