Ambani House: मुंबई के आलीशान इलाके अल्टामाउंट रोड पर स्थित एंटीलिया सिर्फ एक घर नहीं बल्कि भव्यता वास्तुशिल्प और पर्यावरण संतुलन का अनोखा उदाहरण है. रिलायंस इंडस्ट्रीज़ के चेयरमैन मुकेश अंबानी और नीता अंबानी का यह निवास दुनिया के सबसे महंगे और अनोखे घरों में गिना जाता है. इसकी अनुमानित कीमत 15000 करोड़ रुपये से भी अधिक बताई जाती है.
इस 27 मंजिला इमारत में जितनी लग्जरी है उतनी ही आधुनिकता और नवाचार भी है. और सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इतने विशाल और महंगे घर में एक भी पारंपरिक आउटडोर एसी यूनिट नहीं लगी है.
क्या है एंटीलिया की सबसे खास बात?
दुनिया के कई महंगे घरों में हर कमरे में एयर कंडीशनिंग सिस्टम होते हैं लेकिन एंटीलिया में पारंपरिक AC नहीं है. यह सुनकर हैरानी होती है कि मुंबई जैसी उमस भरी गर्मी में जहां 8 महीनों तक पसीने छुड़ाने वाला मौसम रहता है वहां एंटीलिया बिना एसी के भी ठंडा रहता है.
इसकी खास वजह है – सेंट्रलाइज्ड कूलिंग सिस्टम जो घर के हर कोने को प्राकृतिक तरीके से ठंडा बनाए रखता है.
कैसे ठंडा रहता है एंटीलिया बिना एसी के?
एंटीलिया में Sophisticated Centralized Cooling System लगाया गया है. इसका काम पारंपरिक एयर कंडीशनर से बिल्कुल अलग है. यह सिस्टम पूरे घर के तापमान को नियंत्रित करता है:
- घर की बनावट में संगमरमर (मार्बल) का भरपूर उपयोग किया गया है जो प्राकृतिक रूप से तापमान को ठंडा बनाए रखता है.
- जगह-जगह पर हरियाली इनडोर प्लांट्स और फूलों का संयोजन है जो घर की हवा को ताजा और ठंडा बनाए रखते हैं.
- हवादार डिजाइन जिससे पूरे घर में वेंटिलेशन बना रहता है.
- छतों और दीवारों में लगा इन्सुलेशन मटीरियल जो बाहर की गर्मी को अंदर नहीं आने देता.
यह पूरा सिस्टम किसी आधुनिक और इको-फ्रेंडली बिल्डिंग टेक्नोलॉजी का उदाहरण है जो पर्यावरण के अनुकूल और ऊर्जा बचाने वाला है.
मुंबई की गर्मी में कैसे कारगर है यह व्यवस्था?
मुंबई में गर्मियों के दौरान तापमान 35 डिग्री से ऊपर चला जाता है साथ ही उमस भी काफी बढ़ जाती है. लेकिन एंटीलिया इस गर्मी में भी सुकून देने वाला माहौल देता है.
- मार्बल और हरे पौधे घर के तापमान को संतुलित बनाए रखते हैं.
- ऊपरी मंजिलों पर ओपन एरिया और गार्डन जैसी संरचनाएं छत को ठंडा बनाए रखती हैं.
- घर के भीतर लगे हाई-टेक सेंसर्स तापमान को पढ़कर सेंट्रल सिस्टम को निर्देश देते हैं कि कहां कितनी ठंडक बनाए रखनी है.
इस वजह से एंटीलिया एक ऐसा घर बन गया है जो तकनीक डिजाइन और पर्यावरण की त्रिमूर्ति का अद्भुत मेल है.
क्यों नहीं लगाया गया पारंपरिक एसी?
मुकेश अंबानी के घर में एसी नहीं लगाने के पीछे कई महत्वपूर्ण कारण बताए जाते हैं:
- घर की सुंदरता और डिज़ाइन
पारंपरिक एसी यूनिट्स अक्सर दीवारों की खूबसूरती को बिगाड़ देते हैं. एंटीलिया जैसा शानदार घर एस्थेटिक्स के लिए डिजाइन किया गया है जहां हर कोना आर्ट और आर्किटेक्चर का मिश्रण है. - वास्तु का ध्यान
भारत में घर बनवाते समय वास्तु शास्त्र का काफी महत्व होता है. ऐसा माना जाता है कि एसी यूनिट्स घर की ऊष्मा और ऊर्जा प्रवाह को प्रभावित करते हैं. इसलिए एंटीलिया की बनावट में ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया है जो बिना वास्तु दोष के ठंडक दे सके. - पर्यावरण की चिंता
एसी यूनिट्स पर्यावरण पर बुरा असर डालते हैं क्योंकि इनमें फ्लोरोकार्बन गैस का उपयोग होता है. अंबानी परिवार ने ग्रीन बिल्डिंग कॉन्सेप्ट को अपनाकर पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का परिचय दिया है. - एनर्जी सेविंग
सेंट्रलाइज्ड सिस्टम ऊर्जा की बचत करता है जिससे न केवल बिजली का बिल कम आता है बल्कि कार्बन फुटप्रिंट भी घटता है.
एंटीलिया की कुछ और खासियतें
- 3 हेलीपैड – घर की छत पर
- 600 स्टाफ का स्टाफ क्वार्टर
- 50 सीट्स वाला थिएटर
- आइसक्रीम पार्लर और बैंक्वेट हॉल
- स्नो रूम जहां कृत्रिम बर्फ बनती है
- मल्टीपल फ्लोर पार्किंग जिसमें 160 कारें खड़ी की जा सकती हैं
ये सभी चीजें मिलकर एंटीलिया को केवल एक घर नहीं बल्कि एक वर्टिकल पैलेस बनाती हैं.